- वर्तमान परिदृश्य
- संयुक्त राज्य अमेरिका एवं रूस ने न्यू स्टार्ट संधि अथवा नवीन सामरिक शस्त्र न्यूनीकरण संधि (Strategic Arms Reduction Treaty- START) को 5 वर्ष के लिए बढ़ाने पर समझौता किया है।
- 21 जनवरी‚ 2021 को अमेरिका के नवनियुक्त राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नई स्टार्ट संधि के विस्तार की इच्छा प्रकट की‚ जिसका रूस द्वारा स्वागत किया गया।
- 29 जनवरी‚ 2021 को रूस ने तथा 3 फरवरी‚ 2021 को अमेरिका ने संधि के विस्तार पर हस्ताक्षर किए।
- नई स्टार्ट संधि का विस्तार 5 फरवरी‚ 2026 तक किया गया है।
- पृष्ठभूमि
- नई स्टार्ट संधि वर्ष 1991 में (अमेरिका एवं रूस के मध्य) हुई स्टार्ट-1 संधि की अनुवर्ती है।
- स्टार्ट-1 संधि के अंतर्गत दोनों पक्षों के लिए ऑपरेशनल वॉरहेड्स की संख्या 6000 तथा सामरिक परमाणु वितरण वाहनों की संख्या 1600 निर्धारित की गई थी।
- नई स्टार्ट संधि ने वर्ष 2002 में हुई ‘सामरिक आक्रामक कटौती संधि’ (Strategic Offensive Reductions Treaty-SORT) को भी विस्थापित किया।
- 8 अप्रैल‚ 2010 को चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में अमेरिकी तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा और रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवदेव ने नई स्टार्ट संधि पर हस्ताक्षर किया।
- 5 फरवरी‚ 2011 से यह संधि लागू हुई। इस संधि की समाप्ति की तिथि 5 फरवरी‚ 2021 थी।
- नवीन सामरिक शस्त्र न्यूनीकरण संधि
- नई स्टार्ट संधि (New Strategic Arms Reduction Treaty) की अवधि 10 वर्ष थी‚ हालांकि इसे 5 वर्ष के लिए विस्तारित करने का प्रावधान था।
- संधि में दोनों पक्षों के लिए रणनीतिक लांचरों की संख्या 700 तथा तैनात रणनीतिक आणविक अस्त्रों (वॉरहेड्स) की संख्या 1550 तक निर्धारित की गई।
- तैनात एवं गैर-तैनात अंतर-महादेशीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) लांचरों‚ पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) लांचरों एवं आणविक अस्त्रों से युक्त भारी बमवर्षकों की संख्या 800 निर्धारित की गई।
- संधि के प्रभावी होने के 7 वर्ष के अंदर इसके दायित्यों को पूर्ण करने का प्रावधान किया गया।
- नई स्टार्ट संधि में प्रस्तावित परमाणु अस्त्रों की संख्या मूल स्टार्ट संधि में प्रस्तावित संख्या से लगभग 2/3 और वर्ष 2002 की संधि में प्रस्तावित संख्या से 10 प्रतिशत कम है।
- उद्देश्य
- रूस एवं अमेरिका के मध्य आपसी प्रतिद्वंद्विता को कम करना।
- संधि द्वारा परमाणु हथियारों में कमी एवं उन्हें सीमित करने का प्रयास।
- परमाणु अस्त्रों की प्रतिस्पर्धा को खत्म करना।
- वैश्विक शांति एवं रणनीतिक स्थिरता को सुदृढ़ता प्रदान करना।
- महत्वपूर्ण तथ्य
- नवंबर‚ 2020 में अमेरिका तथा जनवरी‚ 2021 में रूस खुली आकाश संधि (Open Sky Treaty) से स्वयं को अलग कर चुके हैं।
- ट्रम्प प्रशासन के अंतर्गत अमेरिका ने अगस्त‚ 2019 में ‘मध्यम दूरी परमाणु शक्ति संधि’ (INF Treaty) से स्वयं को अलग कर लिया।
- अमेरिका नई स्टार्ट संधि में चीन को शामिल करना चाहता था‚ हालांकि चीन द्वारा इस तरह के प्रस्तावों को अस्वीकार किया गया है।
- चीन का पक्ष है कि उसके परमाणु हथियारों का जखीरा रूस और अमेरिका की तुलना में छोटा है‚ अत: उसका संधि में शामिल होना आवश्यक नहीं है।
- नव नियुक्त राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व में अमेरिका पुन: वैश्विक नेतृत्व की आकांक्षा रखता है। उसके द्वारा पेरिस समझौते‚ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग‚ यूनेस्को एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन में वापसी के संकेत दिए गए हैं।
- समझौते का स्वागत करते हुए भारत ने कहा कि इससे अंतरराष्ट्रीय अप्रसार और निरस्त्रीकरण मुद्दों के समाधान में मदद मिलेगी।
- निष्कर्ष
- रूस एवं अमेरिका के मध्य सौहार्दपूर्ण संबंध वैश्विक शांति के लिए अहम है। नई स्टार्ट संधि का विस्तार दोनों देशों के बीच सामरिक अस्त्रों की प्रतिद्वंद्विता पर अंकुश लगाने के साथ उनके मध्य विवादित मुद्दों पर वार्ता को सरल बनाने में सहायक होगा।
सं. अवनीश त्रिपाठी