- वर्तमान परिप्रेक्ष्य
- देश में विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 29 अगस्त, 2019 को बागवानी फसलों के उत्पादन एवं क्षेत्रफल के संदर्भ में वर्ष 2018-19 के लिए तृतीय अग्रिम अनुमान तथा वर्ष 2017-18 के लिए अंतिम अनुमान जारी किए गए।
- तृतीय अग्रिम अनुमानों के अनुसार फलों, सब्जियों, मसालों, फूलों तथा शहद के उत्पादन में वृद्धि देखी गई है, जबकि खेती, सुगंधित और औषधीय फसलों के उत्पादन में विगत वर्ष की तुलना में कमी दर्ज की गई है।
- बागान एवं बागवानी फसलें (Plantation and Horticulture Crops)
- कृषि मंत्रालय के अनुसार, ‘बागान फसलों’ (Plantation crops) के अंतर्गत नारियल, सुपारी, ताड़, कोकोआ एवं काजू को रखा जाता है, जबकि वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, ‘बागान फसलों’ के तहत चाय, कॉफी एवं रबर को रखा जाता है। अतः नारियल, ताड़, सुपारी, कोकोआ, काजू, चाय, कॉफी एवं रबर ‘बागान फसलें’ हैं।
- जबकि ‘बागवानी’ (Horticulture) के तहत ‘फलों की कृषि’ (Pomology), ‘फूलों की कृषि’ (Floriculture) तथा ‘सब्जियों की कृषि’ (Olericulture) की जाती है।
- वर्तमान में औषधीय एवं सजावटी पौधे, मशरूम, बांस, मसाला, बागान फसलों आदि को भी बागवानी कृषि के अंतर्गत स्थान प्राप्त है। अतः इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि कोई भी बागान फसल बागवानी फसलें जरूर होंगी, लेकिन यह आवश्यक नहीं है कि सभी बागवानी फसलें भी बागान फसल होंगी।
- बागवानी फसलों का अर्थव्यवस्था में योगदान
- भारत जैसे जलवायविक विविधता वाले देश में बागवानी कृषि का अत्यधिक महत्व है। राष्ट्रीय आय में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ-साथ यह पोषण, रोजगार, गरीबी निवारण, औद्योगिक विकास, क्षेत्रीय असंतुलन में कमी तथा पर्यावरणीय संतुलन आदि की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
- 2018-19 तृतीय अग्रिम अनुमान
- वर्ष 2018-19 के तृतीय अग्रिम अनुमानों के अनुसार, देश में बागवानी फसलों का कुल अनुमानित उत्पादन 313.85 मिलियन टन है, जो वर्ष 2017-18 की तुलना में 0.69 प्रतिशत अधिक है।
- वर्ष 2018-19 में फलों का उत्पादन लगभग 98.57 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो विगत वर्ष के उत्पादन (97.36 मिलियन टन) की तुलना में 1.21 मिलियन टन अधिक है।
- वर्ष 2018-19 में सब्जियों का उत्पादन लगभग 185.88 मिलियन टन होना अनुमानित है, जो वर्ष 2017-18 के उत्पादन (184.39 मिलियन टन) की तुलना में लगभग 0.81 प्रतिशत अधिक है।
- प्याज का उत्पादन लगभग 23.48 मिलियन टन अनुमानित है। यह वर्ष 2017-18 में प्राप्त उत्पादन की तुलना में 0.95 प्रतिशत अधिक है।
- आलू का उत्पादन लगभग 53.03 मिलियन टन अनुमानित है, जो विगत वर्ष के उत्पादन की तुलना में 3.4 प्रतिशत अधिक है।
- टमाटर का उत्पादन लगभग 19.39 मिलियन टन अनुमानित है। यह वर्ष 2017-18 के उत्पादन की तुलना में 1.8 प्रतिशत कम है।
- मसाले का उत्पादन वर्ष 2018-19 में लगभग 9.22 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो विगत वर्ष के उत्पादन से अधिक है।
- 2017-18 (अंतिम अनुमान)
- वर्ष 2017-18 के दौरान 311.7 मिलियन टन बागवानी फसलों का अभूतपूर्व उत्पादन हुआ, जो विगत वर्ष की तुलना में 3.7 प्रतिशत अधिक है और पिछले 5 वर्ष के औसत उत्पादन की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।
- फलों का अनुमानित उत्पादन 97.35 मिलियन टन है, जो विगत वर्ष की तुलना में 4.8 प्रतिशत अधिक है।
- सब्जियों का अनुमानित उत्पादन लगभग 187.5 मिलियन टन है, जो विगत वर्ष की तुलना में लगभग 3.5 प्रतिशत अधिक है।
- वर्ष 2017-18 में प्याज का अनुमानित उत्पादन 23.26 मिलियन टन हुआ है, जो वर्ष 2016-17 के दौरान 22.4 मिलियन टन की तुलना में 3.7 प्रतिशत अधिक है।
- वर्ष 2017-18 (अंतिम) में आलू का अनुमानित उत्पादन 51.3 मिलियन टन है, जो वर्ष 2016-17 के दौरान 48.6 मिलियन टन के उत्पादन की तुलना में 5.6 प्रतिशत अधिक है।
बागवानी फसलों के क्षेत्रफल एवं उत्पादन (क्षेत्रफल=हजार हेक्टेयर में, उत्पादन=हजार टन में)
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2017-18 अंतिम |
2018-19 (तृतीय अग्रिम अनुमान) |
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बागवानी फसलें |
क्षेत्रफल |
उत्पादन |
क्षेत्रफल |
उत्पादन |
सेब |
301 |
2327 |
314 |
2503 |
केला |
884 |
30808 |
898 |
31747 |
आम |
2258 |
21822 |
2293 |
20798 |
कुल फल |
6506 |
97358 |
6648 |
98579 |
प्याज |
1285 |
23262 |
1263 |
23485 |
आलू |
2142 |
51310 |
2161 |
53027 |
टमाटर |
789 |
19759 |
778 |
19441 |
कुल सब्जियां |
10259 |
184394 |
10100 |
185883 |
कुल फूल |
324 |
2785 |
313 |
2865 |
कुल बागानी फसलें |
3744 |
18082 |
3880 |
16368 |
इलायची |
84 |
28 |
78 |
22 |
मिर्च (सूखी) |
752 |
2149 |
721 |
1690 |
धनिया |
532 |
710 |
468 |
567 |
हल्दी (सूखी) |
238 |
1133 |
246 |
931 |
कुल मसाले |
3878 |
8124 |
3895 |
9216 |
कुल बागवानी |
25431 |
311714 |
25492 |
313851 |